अजवाइन हम सभी के घरों में होती है। अजवाइन के उपयोग के बारे में आप जानते होंगे क्योंकि हम सभी इसका उपयोग करते हैं। ज्यादातर हम इसका उपयोग भोजन बनाते समय मसाले के रूप में करते है। पर क्या आप जानते हैं कि अजवाइन के बहुत से औषधीय गुण भी है।
हमारा kitchen औषधियों से भरपूर होता है। अजवाइन, न सिर्फ भोजन को स्वादिष्ट बनाती है, बल्कि हमें स्वास्थ्य लाभ भी पहुँचाती है। आगे विस्तार से जानते हैं कि अजवाइन के फायदे और नुकसान क्या-क्या हैं।
अजवाइन का एक आम लाभ जो हम सभी जानते है कि अजवाइन भोजन को हजम करने में सहायता करती है।अजवाइन खाने के फायदे (ajwain ke fayde in hindi) सिर्फ एक नहीं है बल्कि बहुत हैं। आइए आपको बताते हैं कि अजवाइन कितनी गुणकारी होती है।
Table of Contents
- 1 अजवाइन का परिचय
- 2 अजवाइन के फायदे (Benefits of Ajwain in Hindi)
- 2.1 1. अजवाइन के उपयोग से दस्त पर रोक
- 2.2 2. सर्दी-जुकाम में अजवाइन के फायदे
- 2.3 3. अजवाइन के इस्तेमाल से पाचन शक्ति अच्छी होती हैं
- 2.4 4. एसिडिटी या पेट दर्द में अजवाइन का उपयोग
- 2.5 5. खांसी और बुखार में अजवाइन का फायदा
- 2.6 6. पेट में कीड़े होने पर अजवाइन का उपयोग
- 2.7 7. शराब पीने की आदत छुड़ाने में अजवाइन के फायदे
- 2.8 8. कीटों के काटने पर अजवाइन का प्रयोग
- 2.9 9. श्वासरोग में लाभ
- 2.10 10. सिर दर्द में लाभ
- 3 अजवाइन का उपयोग/सेवन कैसे करें ?
- 4 मात्रा
- 5 अजवाइन के नुक्सान
- 5.1 अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
- 5.1.1 अजवाइन कितनी मात्रा में खानी चाहिए ?
- 5.1.2 अजवाइन खाने के नुक्सान क्या है ?
- 5.1.3 क्या अजवाइन गर्म होती है?
- 5.1.4 सर्दी - जुकाम में अजवाइन के क्या फायदे है ?
- 5.1.5 क्या अजवाइन और गुड़ दोनों को साथ में ले सकते हैं ?
- 5.1.6 रात को सोते समय अजवाइन खाने के फायदे क्या है ?
- 5.1.7 क्या दूध के साथ अजवाइन लेना फायदेमंद है?
- 5.2 Share this:
- 5.3 Related
- 5.1 अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
अजवाइन का परिचय
- प्रचलित नाम – अजवाइन।
- English name – Bishop’s Weed/ Ajova Seeds/ Carom Seeds.
- उपयोगी अंग – फल/बीज और पत्ते।
- स्वरुप – सुगंधित, अंडाकार और रंग भूरा।
- स्वाद – तीक्ष्ण और कटु (तीखी और कड़वी)।
- गुण – पाचन, उत्तेजक, बल्य और रुचिकर।
- उपयोग – मसाला, चूर्ण, काढ़ा और रस के रूप में अजवाइन का उपयोग किया जाता हैं।
अजवाइन को विभिन्न नाम से जाना जाता है, जैसे कि तमिल में ओमम, कन्नड़ में ओम कलुगलु, तेलुगु में वामु और मलयालम में अयोधमकम।
अब हम आपको अजवाइन के फायदे बताने जा रहे है।
अजवाइन के फायदे (Benefits of Ajwain in Hindi)
अजवाइन कौन-कौन सी बीमारी को ठीक करने में मदद पहुुंचा सकती है, हम नीचे विस्तारपूर्वक जानकारी देने की कोशिश कर रहे हैं। पूरा लाभ लेने के लिए अजवाइन के फायदे (ajwain benefits) अच्छी तरह से पढ़े :
1. अजवाइन के उपयोग से दस्त पर रोक
लिवर या पाचन शक्ति कमज़ोर होने के कारण हमें दस्त लग जाते हैं। इसमें 3-6 ग्राम अजवाइन या इसका चूर्ण को 0.5 ग्राम सेंधा नमक को ताजे पानी (fresh water) के साथ सेवन करें। इससे दस्त (diarrhea) में लाभ होता है।
2. सर्दी-जुकाम में अजवाइन के फायदे
इंटरनेशनल जर्नल ऑफ फार्मेसी एंड लाइफ साइंस द्वारा किए गए एक रिसर्च में यह बताया गया है कि अजवाइन के बीज में लगभग 50% थाइमोल होता है, जो शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली (immunity) को बढ़ाने का काम करता है, जिससे जुकाम और अन्य वायरल इन्फेक्शन को दूर रखा जा सकता है।
अजवाइन की तासीर गर्म होने से यह आपको सर्दी-जुकाम में लाभ पहुँचाती है। अजवाइन का काढ़ा बनाकर पीने (ajwain ke fayde) से सर्दी-जुकाम में लाभ होता है।
3. अजवाइन के इस्तेमाल से पाचन शक्ति अच्छी होती हैं
अजवाइन (ajwain ke fayde) पाचन शक्ति को बढ़ाने में बहुत सहायता करती है। अगर आपको दूध ठीक तरह से नहीं पचता हो, तो आप दूध पीने के बाद में थोड़ी सी अजवाइन खा लीजिये। यदि भोजन आदि नहीं पचता हो तो आप उसमें थोड़ी सी मात्रा में अजवाइन डालकर भोजन बनाये।
4. एसिडिटी या पेट दर्द में अजवाइन का उपयोग
जब हम कुछ ऐसी चीजे खा लेते है जो पौष्टिक नहीं होती जैसे junk फ़ूड आदि तब हमें एसिडिटी, छाती में जलन, खट्टी डकारें जैसी समस्या होने लगती हैं। इसमें आप अजवाइन को थोड़े से सेंधा नमक के साथ ले सकते हैं। और आप अजवाइन, सेंधा नमक, हींग, कला नमक और आँवला का चूर्ण सब मिलाकर आधे से एक ग्राम शहद के साथ सेवन करने से लाभ होता हैं।
5. खांसी और बुखार में अजवाइन का फायदा
अगर आप खांसी और बुखार से पीड़ित हैं, तो आप अजवाइन का उपयोग कर सकते हैं। इसके लिए आप निम्न उपाय कर सकते हैं –
- पुरानी खाँसी में इसके चूर्ण के सेवन से कफ कम होता है, और कफ पीला होकर निकल जाता हैं।
- खॉंसी तथा कफ ज्वर में अजवाइन, लेंडी पीपल, अडूसा एवं खसखस का क्वाथ बनाकर सेवन से लाभ होता हैं।
- दो ग्राम अजवाइन तथा आधा ग्राम छोटी पिप्पली का काढ़ा बना लें। 5 से 10 मिली मात्रा में आप इसका सेवन करियें।
6. पेट में कीड़े होने पर अजवाइन का उपयोग
अजवाइन का अर्क एवं सत पेट के कीड़ों का नाश करने के लाभकारी होता हैं। पेट के कीड़े ख़त्म करने के लिए आप अजवाइन के 3 ग्राम चूर्ण को देशी गौमाता के दूध की छाछ के साथ सेवन करें। इससे आपको लाभ होगा।
7. शराब पीने की आदत छुड़ाने में अजवाइन के फायदे
अगर आपको शराब पीने की आदत है और आप ऐसी बुरी आदत को छोड़ना चाहते हैं तो अजवाइन आपको फायदा पंहुचा सकती हैं। जब शराब पीने की इच्छा हो, तब 5-10 ग्राम अजवाइन को दिन में 1-2 बार खूब चबा-चबाकर खाएं। इससे शराब पीने की इच्छा में कमी आती है।
8. कीटों के काटने पर अजवाइन का प्रयोग
बिच्छू, ततैया, भंवरी, मधुमक्खी आदि कीटों के काटने पर अजवाइन के पत्तों (ajwain leaves) को पीसकर जहाँ काटा गया है वहाँ पर इसका लेप करने से लाभ होता है। इससे आपको आराम मिलेंगे।
9. श्वासरोग में लाभ
स्वस्थ रहने में श्वसन प्रणाली महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। लेकिन सर्दी, खाँसी, अस्थमा आदि श्वसन संबंधी विकार हमें कठिनाई में डाल सकते हैं। इनसे बचने के लिए हमारा श्वसन तंत्र स्वस्थ एवं मजबूत होना चाहिए। अजवाइन के फायदे श्वास रोग में भी है। इसमें आप अजवाइन का चूर्ण गरम पानी के साथ सेवन करें।
10. सिर दर्द में लाभ
सिरदर्द एक आम रोग है। यह रोग किसी भी व्यक्ति को किसी भी कारण से हो सकता है। सिरदर्द में – अजवाइन का चूर्ण कपड़े में बांधकर रात को सोते समय सूंघने से लाभ होता है।

अजवाइन का उपयोग/सेवन कैसे करें ?
- अजवाइन को गुनगुने पानी के साथ खा सकते हैं।
- अजवाइन और सेंधा नमक को ताजे पानी के साथ ले सकते हैं।
- अजवाइन के सत या अर्क का प्रयोग भी कर सकते हैं।
- इसके पत्तों का उपयोग लेप की तरह कर सकते हैं।
- इसके अलावा, खाना बनाते समय अजवाइन का तड़का भी लगा सकते हैं या पराँठा और पूड़ी में अजवाइन डाल सकते हैं।
अगर आप बीमारी में लाभ पाने के लिए अजवाइन का औषधीय प्रयोग करना चाहते हैं, तो आयुर्वेदिक चिकित्सक से जानकारी जरूर लें।
मात्रा
अलग – अलग तरह से उपयोग करने के लिए इसके मात्रा इस प्रकार हैं –
- चूर्ण – 3 से 6 ग्राम।
- अर्क – 1 से 2 मि.ली.।
- सत – 0.5 से 1 मि.ग्रा।।
अजवाइन के नुक्सान
अजवाइन या कोई भी आयुर्वेदिक औषधि से नुक्सान तब होता है जब आप इसे गलत तरीके से लेते हैं या गलत मात्रा में लेते हैं। जिस रोग में जैसा बताया गया है उसी प्रकार इसका सेवन करना चाहिए। कभी भी इसका अधिक मात्रा में सेवन न करें।
हमें आशा है कि आपको यह लेख “अजवाइन के फायदे और नुकसान (Ajwain Ke Fayde Aur Nuksan)” पसंद आया होगा।
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